कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस) और तीसरे धुरी का युग (एक्सियल ऐज)

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) बढ़ती लहरों की तरह विश्व को ढँक लेगा, हमें किस तरह एआई और भविष्य के रिश्तों के बारे में सोचना चाहिए ?
पहला और सबसे महत्वपूर्ण, हमें रुझानों के बारे में रोमांचित होना चाहिए क्योंकि भविष्य दरवाजा खटखटा रहा है। एक समय पर, हमें रुझान को लेकर नम्र रहने की जरुरत है क्योंकि यह विज्ञान और तकनीक में हो रही बड़ी प्रगति के बारे में बता रहा है, और शांत रहने क्योंकि एआई, अन्य क्रांतिकारी प्रौद्योगिकी की तरह इंसानी जीविका और विकास के दुश्मन नहीं हैं। एआई द्वारा मिले अवसरों को चीन को प्रभावशाली रूप से ग्रहण करने की जरुरत है जो औद्योगिक उत्थान और सामाजिक परिवर्तन में नवीनता के लिए, बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के विकास के नए रास्तों को प्रज्वलित करने और चीनी सपनों को समझते हुए, एआई युग में विश्व की शांति और हित का कारण बनेगा।
एआई का उज्ज्वल भविष्य
गूगल के कंप्यूटर प्रोग्राम अल्फगो की विश्व विजेता गो प्लेयर पर जीत ने विश्व का ध्यान और रुचि एआई की ओर ला दिया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने तो एआई की क्षमताओं को बढ़ा-चढ़ा कर बताते हुए इसकी तुलना सुप्रसिद्ध विज्ञान परिकल्पना से की है। कुछ “विशेषज्ञों” ने तो एआई के भविष्य को बताने के लिए फिल्मों का भी सहारा लिया है, यह दावा करते हुए कि “आज की विज्ञान परिकल्पना, कल की सच्चाई होगी” इस तरह की सनसनी ने अनावश्यक, अत्यावश्यक चिंता और डर को पैदा कर दिया है।
वास्तव में, किसी को भी एआई के वर्तमान घटनाक्रम पर चिंतित या अधिक उत्साहित नहीं होना चाहिए। गहन शिक्षा और स्वरूप पहचानने जैसे क्षेत्रों में प्रमुख सफलताएं प्राप्त की गईं हैं इसके बावजूद, एआई बेहद प्रारंभिक चरण में बना हुआ है। ऐसा दिन जब मशीन सबसे आम रोजाना के कार्य पूरा करने में सक्षम हैं, यह उल्लेख करने की जरुरत नहीं है कि मानवजाति ‘की जगह’ और ‘उन पर हावी होना’ अभी दूर है।
आज, एआई लोगों को उतना नहीं डराता है जितना स्टीम के इंजिन ने दो शताब्दी पहले डराया था। किसानों की नजर में तब, कोयले की आग वाले ‘लौह राक्षस’ इतने शक्तिशाली थे कि वे बहुत से वजनी गाड़ियों को खींच सकते थे। अपने शुरुआती दिनों में, भाप के ट्रेन अधिकतम पांच किलोमीटर प्रति घंटा चलते थे, उतना ही बुनियादी जितना आज एआई है। क्रमिक विकास से भाप के इंजिन का हाई स्पीड रेल में बदलना मनुष्य जाति को निश्चिंत करता है कि एआई सिर्फ मशीनों के जरिये इंसानों को कठिन और दोहराव वाले काम से मुक्त करेगा।
प्रौद्योगिकी के परिप्रेक्ष्य से, अल्फागो जैसी एआई कंप्यूटर प्रोग्राम के मूल तर्क के पीछे को “अल्फागो थीसिस” में संक्षिप्त में बताया जा सकता है। अल्फागो ने न्यूटन के बड़े नियमों वाली न्यूटोनियन प्रणाली के छोटे डाटा से मरटन के छोटे नियमों वाली मरटोनियन प्रणाली के बड़े डाटा के साथ मूल स्वभाव में बदलाव की संभावना को साबित किया है।
अलफागो ने अपने कृत्रिम प्रणाली को पहले अपने एतिहासिक गो गेम डाटा से सीखा और उसके बाद दसों लाखों गेम्स में अपने आप से खेला।
उन गेम्स में “बड़े डाटा” होने के साथ, कंप्यूटर प्रोग्राम ने नए कदमों और रणनीतियों को जांचा जिसने शीर्ष इंसानी खिलाड़ियों को हराने के लिए तैयार किया। यह साफ तौर पर छोटे डाटा से बड़े डाटा और सटीक जानकारी के प्रौद्योगिकी योजना को पेश कर रहा है।
भविष्य में, डाटा अधिक बड़ा होता जाएगा और सूचना और अधिक से अधिक सटीक हो जाएंगी। बिलकुल इसकी तरह चर्च-ट्यूरिंग थीसिस जिसने कंप्यूटर क्रांति और सूचना युग की शुरुआत की, उसी तरह अल्फागो थीसिस भी युगारंभ महत्त्व का है जो कि एआई युग के प्रारंभ की मील के पत्थर की घोषणा है।
एआई के विकास ने “आईटी” के अर्थ को नए सिरे से “बुद्धिमान प्रौद्योगिकी” की जगह “उद्योगिक प्रौद्योगिक” परिभाषित किया है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि 200 साल पहले आईटी को “औद्योगिक प्रौद्योगिकी” समझा गया था। आईटी के तीन चरणों को जोड़ा जाएगा और समांतर भविष्य में इस्तेमाल होगा। असल में, इस शब्द में समय के साथ हुए बदलाव का गहरा वैज्ञानिक और मूल दार्शनिक अर्थ है।
कार्ल पॉपर, 20वीं शताब्दी के सबसे सम्मानित विज्ञान के दार्शनिकों में से एक, ने विश्व को तीन श्रेणियों में बांटा है। पहला, भौतिक वस्तुओं और घटनाओं की दुनिया, दूसरा मानसिक वस्तुओं और घटनाओं का संसार, तीसरा भैतिक ज्ञान की दुनिया।
प्रत्येक दुनिया में आईटी शामिल है: विश्व 1 का विकास “बीते” आईटी पर निर्भर है, यानी औद्योगिक प्रौद्योगिकी; विश्व 2 का विकास “पुराने” आईटी पर निर्भर है, यानी सूचना प्रौद्योगिकी, विश्व 3 का विकास “नए” आईटी यानी बुद्धिमान प्रौद्योगिकी पर निर्भर है। इस संदर्भ में, एआई सबसे लोकप्रिय प्रौद्योगिकियों में से एक बन चुका है और बड़े डाटा को दोहन वाली “खदान” बना दिया है।
औद्योगकी प्रौद्योगिकी ने संसाधन असंतुलन से जुड़ी समस्याओं को तकरीबन सुलझा दिया है, जिसने मानव के विकास को रोक रखा है। सूचना प्रौद्योगिकी से जल्द ही सूचना असंतुलन के ठीक होने की उम्मीद है और आने वाले सालों में, बुद्धिमान प्रौद्योगिकी सूचना असंतुलन को सुलझाने का काम करेगी।
इन असंतुलनों को खत्म करने से हमारे जीवन में और सुधार होगा। यह इंसानों के सामाजिक प्रगति के लिए मूलभूत प्रेरणा और गति है। स्पष्ट रूप से, एआई का भविष्य उज्ज्वल है। भविष्य के विकास और बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के साथ, एआई एक धीमे भाप के इंजन से निकलकर बुलेट ट्रेन में बदलेगा और इंसानों को कठिन नियमावली और मानसिक श्रम से स्वतंत्रता दिलाकर समाज में अधिकाधिक भूमिका निभाएगा।
उद्योग 5.0 से स्वचालित जानकारी की ओर
निश्चित रूप से, मानवजाति सूचना समाज से बुद्धिमत्तापूर्ण समाज में बदल रहा है। सुशिक्षित समाज का निर्माण बुद्धिमान उद्योगों और बुद्धिमान अर्थव्यवस्था पर निर्भर है। अनुकूलित, हरित उत्पादन और बुद्धिमत्तापूर्ण बाजार से जुड़ा प्रबंधन हासिल करना बुद्धिमान उद्योगों और सुशिक्षत अर्थव्यवस्था का एकमात्र लक्ष्य है। यातायात, ऊर्जा और इंटरनेट जैसे संसाधन पहुंचाने के लिए आधुनिक समाज को मूलभूत सुविधांए चाहिए। वैसे ही बुद्धिमान समाज जरूरी सुविधाओं का जरिया होने पर ही फल-फूल सकता है। एआई से बुद्धिमान प्रौद्योगिकी की ओर,बुद्धिमत्तापूर्ण उद्योग और बुद्धिमान अर्थशास्र सॉफ्टवेयर डिफाइंड एवरीथिंग(SDx) है, जो छोटा डाटा, बड़ा डाटा और सटीक जानकारी का बुनियादी मंच का गठन करेगा।
बहुत सारी प्रणालियां सिर्फ आपस में ही इंटरनेट से नहीं जुड़ी हैं, बल्कि इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (आईओटी) को बनाने के लिए भौतिक दुनिया से भी जुड़े हुए हैं और साइबर-फिजिकल-सोशल-सिस्टम्स (सीपीएसएस) और सोसाइटी ऑफ़ माइंडस (सोओएम) बनाने के लिए अंत में इंसानों से जुड़ता है। यह बुद्धिमान समाज की अत्यावश्यक सुविधाएं तैयार करता है। प्रौद्योगिकी के परिपेक्ष्य में, मानव समाज का इतिहास लगभग पूरी तरह से सामाजिक सुविधाओं के विकास का घटनाक्रम है।
स्पष्ट तौर पर कहें तो, इसमें पहले बताये गए तीनों दुनिया के बीच ‘ग्रिड्स’ बनाना शामिल है। ग्रिड्स 1.0 में प्राथमिक तौर पर यातायात जाल, ग्रिड्स 2.0 ऊर्जा तंत्र है, ग्रिड्स 3.0 इंटरनेट पर आधारित सूचना तंत्र को प्रस्तुत करता है, ग्रिड्स 4.0 निर्माणाधीन आईओटी है और ग्रिड्स 5.0 आने वाले एसओएम को बताता है।
जैसा कि आंकड़ा 1 और आंकड़ा 2 दिख रहे हैं, पांचों ग्रिड्स बहुत बारीकी से तीनों दुनिया को जोड़ते हैं। इनमें से ग्रिड्स 1.0 (यातायात जाल), ग्रिड्स 3.0 (सूचना जाल) और ग्रिड्स 5.0 (एसओएम) क्रमशः विश्व 1, विश्व 2 और विश्व 3 के लिए मुख्य ग्रिड्स हैं और ग्रिड्स 2.0 (ऊर्जा जाल) और ग्रिड्स 4.0 (आई ओ टी) विश्व 1 और विश्व 2 के बीच और विश्व 2 और विश्व 3 के बीच की कड़ी हैं।
इंसानों को विश्व 1 के ग्रिड्स 2.0 के माध्यम से शक्ति और ऊर्जा मिलता है और विश्व 3 के ग्रिड्स 4.0 माध्यम से जानकारी और बुद्धिमत्ता मिलती है। ये पांच ग्रिड्स उद्योग 5.0 द्वारा प्राकृतिक रूप से बुद्धिमान उत्पादन के युग में प्रवेश करने के लिए मनुष्यों को सक्षम बनाते हैं, बुद्धिमान समाज की परिपूर्ण सुविधाएं और मंच प्रणाली तय करते हैं। उद्द्योग 1.0 पानी और भाप की ताकत के इस्तेमाल से उत्पादन का मशीनीकरण था, जिसकी वजह से विश्वविद्यालयों में मैकेनिक्स विभाग की शुरुआत की गई। उद्योग 2.0 ने बिजली की मदद से व्यापक उत्पादन को पेश किया , जिसकी वजह से विश्वविद्यलयों में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग आया।
उद्योग 3.0 कंप्यूटर साइंस के विकास द्वारा चलाया गया था जो विश्वविद्यालयों में कंप्यूटर विभाग की सफलता का कारण बना। उद्योग 4.0 में इंटरनेट और राऊटर्स है, जिसने आईओटी शिक्षा के विभाग और महाविद्यालयों को जन्म दिया। ठीक ग्रिड्स 2.0 और ग्रिड्स 4.0 की तरह, उद्द्योग 2.0 और उद्योग 4.0 भी बदलाव वाले हैं। अब हमने उद्योग 5.0 के शुरुआती चरण में प्रवेश कर लिया है।
अब तक, पेइचिंग यूनिवर्सिटी और श्यामन यूनिवर्सिटी समेत 36 चीनी विश्वविद्यालयों ने बुद्धिमान विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए विभागों की स्थापना की, और बुद्धिमत्तापूर्ण विज्ञान और प्रोद्योगिकी को राष्ट्रीय प्रथम श्रेणी शिक्षण बनाने का प्रयास किये जा रहा हैं।
जर्मनी नामांकित सूचना और संवाद प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (सीपीएस) उद्योग 4.0 योजना की मूल सामग्री के रूप में हैं। मगर, आईसीटी और सीपीएस के अर्थ अब भी औद्योगिक स्वचलन के दायरे में सीमित है। बुद्धिमत्तापूर्ण प्रौद्योगिकी के युग में, आईसीटी ‘बुद्धिमत्ता-सूचना संयोजकता,” का और सीपीएस “साइबर-फिजिकल-सोशल” का प्रतीक है। सीपीएस से सीपीएसएस (साइबर-फिजिकल-सोशल-सिस्टम्स) बनाने के लिए एक और ‘एस’ ले सकता है।
ये बदलाव औद्योगिक स्वचालन से जानकारी स्वचालन में, उद्योग 4.0 से उद्योग 5.0 में, और औद्योगिक समाज से बुद्धिमान समाज में में स्थनानंतरण के लिए जरुरी है। शैक्षिक और अभ्यास दोनों के परिप्रेक्ष्य में, सीपीएस से सीपीसीएस की तरक्की बुद्धिमान कारखानों और कंपनियों को बनाने में महत्वपूर्ण है। सिर्फ सीपीएसएस के इस्तेमाल के माध्यम से सभी पांचों ग्रिड्स जोड़े जा सकते हैं और बुद्धिमान उद्योगों, कुशल अर्थशास्त्र और समझदार समाज पाया जा सकता है, जिसमें इंसान और मशीन के बीच, ज्ञान और अभ्यास के बीच और वास्तविक और आभासी दुनिया के बीच एकीकरण दिखता है।

बुद्धिमान भूमंडलीकरण को स्वीकारना
सन 1949 में, जर्मन दार्शनिक कार्ल थिओडर जेस्पर्स ने अपनी किताब द ओरिजिन एंड गोल ऑफ़ हिस्ट्री में “धुरी युग’ (एक्सियल ऐज) शब्द लिखा। मगर, जेस्पर्स की संकल्पना सिर्फ विश्व 1 के “एक्सियल ऐज” के बारे में जिक्र करती है, अर्थात 8वीं से 3वीं शताब्दी बी.सी. के ऐतिहासिक काल के दरम्यान, मानवजाति के अध्यात्मिक और दार्शनिक विकास में हुई बड़ी प्रगति द्वारा वर्णित किया है जो तकरीबन एक ही समय में पूरी दुनिया में बढ़ता गया।
निश्चित रूप से, विश्व 2 और विश्व 3 के भी उनके खुद के “एक्सियल ऐज” होने चाहिए। विश्व 2 का एक्सियल ऐज 500 सालों को प्रस्तुत करता है जिसमें पुनरुत्थान से आधुनिक भौतिकी की समृद्धि, जो लगभग ख़त्म हो चुकी है, मानव जाति की तर्क शक्ति और विज्ञान में हुई बड़ी उन्नतियां शामिल हैं।
गाडेल्स इनकॉमप्लीटनेस थीओरम की शुरुआत से और मानवजाति की बुद्धिमत्ता प्रबोधन और प्रौद्योगिकीय सफलताओं पर आधारित बुद्धिमान समाज के युग की घोषणा से, विश्व 3 का एक्सियल ऐज बस शुरू हुआ है। यह गणना और बुद्धिमत्ता पर नोबेर्ट वीनर, एलन टूरिंग और जॉन वोन न्यूमन जैसे सुप्रसिद्ध गणितज्ञों और वैज्ञानिकों के नए विचारों में गहराई से जुड़ा है। आज के एआई और अन्य बुद्धिमान प्रौद्योगिकियां तीसरे एक्सियल ऐज की सिर्फ शुरुआत का संकेत हैं।
जेस्पर्स का मानना था कि एक्सियल ऐज की वजह मानवजाति द्वारा संचार, तुलना और आम सहमति की आवश्यक जरूरतों के लिए साथ ही मानवी परिस्थितियां जैसे कि डर, लालच और आलासपना थी। भूमंडलीकरण पूरी दुनिया की प्रवृत्तियों को दर्शाता है। तीन दुनिया के तीन एक्सियल ऐजस दिखा रहे हैं कि भूमंडलीकरण सिर्फ भौतिक और मानसिक ही नहीं है, बल्कि कृत्रिम भी है।
विश्व 1 के स्वभाव से पता चला था कि भूमंडलीकरण का पहला चरण आक्रमणों, अत्याचार और औपनिवेशिकरण द्वारा चिन्हित एक “नकारात्मक योग” खेल था। विश्व 2 का स्वभाव “शून्य योग” भूमंडलीकरण की ओर यानि दूसरे चरण के “मुक्त व्यापार” वाले भूमंडलीकरण ले गया। विश्व 3 में, नए बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के साथ, इंसान एक बहुविजय, सम्मिलित और “सकारात्मक-योग” भूमंडलीकरण को महसूस कर सकता है। यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा चलाये जा रहे भूमंडलीकरण का तीसरा दौर होगा।
बुद्धिमान प्रौद्योगिकी का विकास करके, मानवजाति विश्व 1 के “नकारात्मक बढ़ोत्तरी” पर काबू पा सकता है और हमारे ब्रम्हांड के पर्यावरण को तीसरे चरण के भूमंडलीकरण से पहले जैसा कर सकते हैं और हम विश्व 3 के “सकारात्मक वृद्धि” के माध्यम से शांति और समाज में सबकी भलाई के लिए विश्व 2 के “शून्य वृद्धि” को भी ख़त्म कर सकते हैं। ज्ञान स्वचालन के माध्यम से जब बुद्धिमान समाज महसूस कर रहा है तब हम इंसानी जानकारी को बढ़ाते हैं। पहले एक्सियल ऐज के अंत में, चीन ने प्राचीन सिल्क रोड को खोलने के लिए कोशिश शुरू की। दूसरे एक्सियल ऐज की शुरुआत में, प्रसिद्ध नेविगेटर जंग ह की समुद्री यात्राओं के माध्यम से विश्व की खोज की।
आज, चीन का बेल्ट एंड रोड पहल तीसरे दौर के भूमंडलीकरण के लिए मशाल का काम कर रहा है जिसका उद्देश्य बहुविजय और “सकारात्मक-योग” परिणाम हैं।
बेल्ट एंड रोड पहल द्वारा बनाया गया नया “सीधा रास्ता”
एआई द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया बुद्धिमान प्रौद्योगिकी मानव विकास के लिए नए अवसरों को ले रहा है और मानव इतिहास के नए दौर को लिख रहा है। चार दशकों के सुधार और खुलने के बाद, चीन के जनसंख्या संसाधन, इतिहास, संस्कृति और प्रशासकीय प्रणाली, साथ ही साथ नई दृष्टि, दृढ़ता और केंद्रीय नेतृत्व की प्रशासकीय क्षमता ने देश को बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के विकास द्वारा निर्मित अवसरों को प्राप्त करने के लिए वैश्विक स्तर पर आदर्श बना दिया है।
कई चीनी लोगों की नजरों में, यह बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के विकास में ऐतिहासिक बदलाव का एक महत्वपूर्ण मौका है। जुलाई 2017 में, चीन ने नई पीढ़ी की कृत्रिम बुद्धिमत्ता विकास योजना (नेक्स्ट जनरेशन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस डेवलपमेंट प्लान) जारी की, जिसने विकासशील देशों के अनुसरण की पुरानी रणनीति को छोड़ दिया और देश को उस दिशा में ले जा रहा है जहां यह “समांतर सीधी पगडंडी” (पैरेलल स्ट्रैट ट्रैक) के साथ प्रमुखों से बुद्धिमान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे निकल सकता है।
यह एआई विकास की विश्व की पहली राष्ट्रीय योजना है, जो चीन को खुद का बुद्धिमान प्रौद्योगिकी विकसित करने में “सीधा रास्ता” तैयार करेगा, बुद्धिमान प्रौद्योगिकी और उद्योगों के विकास में विश्व का नेतृत्व करेगा और ‘चीनी सपने’ को बुद्धिमान प्रौद्योगिकी से साकार करेगा। अपने लिए “सीधा रास्ता” प्रशस्त करने के साथ ही, चीन को बुद्धिमान भूमंडलीकरण को बढ़ावा देने के लिए दूसरे देशों को भी प्रोत्साहन देना चाहिए।
यह चीन के बेल्ट एंड रोड पहल द्वारा समर्थित बहुविजय और समाहित संकल्पनाओं के साथ जुड़ जाता है और मानवता के लिए मानव साझे भाग्य वाले समुदाय को बनाने के लिए बतौर तकनीकी साधन काम करता है।
लेखक चाइनीज़ अकादमी ऑफ साइंसेज के इंस्टिट्यूट ऑफ ऑटोमेशन में 'स्टेट की लैबोरेटरी ऑफ मैनेजमेंट एंड कंट्रोल फ़ॉर कॉम्प्लेक्स सिस्टम्स' के निदेशक हैं।